संभाग स्तरीय आर.टी.ई. कार्यशाला सम्पन्न
कार्यशाला में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए कलेक्टर
इंदौर ।
मध्यप्रदेश बाल अधिकार संरक्षण आयोग भोपाल द्वारा स्कूल शिक्षा विभाग इंदौर के संयुक्त तत्वाधान में आज निःशुल्क एवं अनिवार्य शिक्षा का अधिकार अधिनियम-2009 प्रावधान पर संभाग स्तरीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। श्री गुजराती समाज ए.एम.एन. अंग्रेजी विद्यालय ए.बी. रोड पर आयोजित इस कार्यशाला में कलेक्टर डॉ. इलैयाराजा टी मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए।
कार्यशाला की अध्यक्षता म.प्र बाल अधिकार संरक्षण आयोग के अध्यक्ष श्री दविन्द्र मोरे ने की। म.प्र बाल अधिकार संरक्षण आयोग की सदस्य सुश्री सोनम निनामा के मार्गदर्शन में आयोजित कार्यशाला का उद्घाटन माँ सरस्वती पूजन एवं दीप प्रज्जवलन के साथ किया गया। सदस्य सुश्री सोनम निनामा, जिला शिक्षा अधिकारी श्री मंगलेश व्यास एवं डी.पी.सी श्री अक्षय सिंह राठौर ने अतिथियों का स्वागत किया। इस अवसर पर विशेष रूप से ट्रस्ट के अध्यक्ष श्री पंकज संघवी एवं चेयरमैन श्री कीर्ति भाई पटेल उपस्थित थे।
इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में कलेक्टर डॉ. इलैया राजा टी ने अपने उद्बोधन में शिक्षकों को सदैव सकारात्मक सोच रखते हुये विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास पर कार्य करने के लिये कहा। उन्होंने कहा कि देश के निर्माण में शिक्षक का योगदान ही सर्वोपरि है।
कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे म.प्र.बाल अधिकार संरक्षण आयोग के अध्यक्ष श्री दविन्द्र मोरे ने अपने उदबोधन में कहा कि आयोग स्कूल शिक्षा विभाग के किये गये कार्यों को आगे बढ़ाता है और आयोग सदैव सहयोग के लिये तत्पर रहता है।
म.प्र बाल अधिकार संरक्षण आयोग की सदस्य सुश्री सोनम निनामा ने शिक्षा के महत्व को प्रतिपादित करते हुये कहा कि शिक्षा ही जीवन का आधार है। किसी भी राष्ट्र के समुचित विकास की पहचान उसकी शैक्षणिक गुणवत्ता से होती है। डी.पी.सी श्री अक्षय राठौर ने आरटीई के नियमों एवं प्रावधानों की विस्तार से जानकारी दी गई।
इस अवसर पर संभाग के जिलों के जिला शिक्षा अधिकारी, डी.पी.सी., इंदौर जिले के बी.ई.ओ., बी.आर.सी, जन शिक्षक एवं शासकीय / अशासकीय एवं सहोदय ग्रुप के विद्यालयों के प्राचार्य एवं शिक्षक उपस्थित थे। जिला शिक्षा अधिकारी इंदौर श्री मंगलेश व्यास ने भी अपने उद्बोधन में विद्यार्थी-पालकों के प्रति संवेदनाओं का भाव रखते हुये उन्हें हर कदम सहयोग प्रदान करने की बात कही। कार्यशाला का संचालन श्रीमती सुनयना शर्मा ने किया।