इंदौर नगर निगम के अमले ने एलआईजी मेन रोड़ स्थित शोरुम पर चढ़ाए बुलडोजर। इस दौरान करीब लगभग दो घंटे से भी ज्यादा समय तक शोरूम मालिक और कर्मचारियों का निगम टीम से विवाद चलता रहा। कार्रवाई रोकने शोरूम का मालिक पोकलेन के आगे लेट गया और समय देने की मांग करता रहा। हालांकि पुलिस की मदद से निगम अफसरों ने उसे हटाकर कार्रवाई शुरू करा दी। निगम अधिकारियों की माने तो नियम विरुध निर्माण किया गया था। नोटिस भी दिए गए, लेकिन नहीं मानने पर कार्रवाई को अंजाम दिया गया है।
नगर निगम अधिकारियों के मुताबिक करीब 4500 स्क्वेयर फीट के प्लॉट पर प्लॉट मालिक मिलिंद वाशिनकर को जी प्लस-2 की अनुमति दी गई थी। जबकि उसने भूखंड पर जी प्लस-5 का निर्माण कर लिया था। साथ ही अवैध रूप से बैसमेंट का निर्माण भी कर रखा था। निगम द्वारा पिछले दिनों शहर के अवैध निर्माणों को चिन्हित कर उन्हें तोड़ने की कार्रवाई फिर शुरू की गई है।
इसी के चलते सुबह निगम के आला अधिकारियों की टीम 6 पोकलेन, 5 जेसीबी और बड़ी संख्या में निगमकर्मियों को लेकर एलआईजी मेन रोड पर बने अन्नपूर्णा ड्रेसेस पर पहुंची थी। नगर निगम द्वारा छह बार भवन मालिक को नोटिस भी दिया गया। लेकिन वह उसे लगातार नजर अंदाज करता रहा। शुक्रवार को निगम की ओर से उसे 24 घंटे का अल्टीमेटम दिया गया था। इसके बाद शनिवार सुबह नगर निगम का अमला पहुंचा और अवैध निर्माण हटाया गया । इस दौरान जम कर हंगामा भी हुआ। उधर निगम की इस कार्रवाई पर कई सवाल भी खड़े हुए है। मसलन इतना बढ़ा शोरुम बन कर खड़ा हो गया और निगम को पहले यह अवैध निर्माण दिखा ही नहीं, यह घटना ना सिर्फ निगम के अधिकारियों की मंशा पर भी सवाल खड़े करती है। क्योकि सबकुछ होने के बाद ही निगम अब क्यो जागा।