भोपाल। माध्यमिक शिक्षा मंडल, मध्य प्रदेश द्वारा आयोजित 10वीं हाई स्कूल की बोर्ड परीक्षाएं आयोजित नहीं की जाएंगी।
विद्यार्थियों को 11वीं कक्षा में प्रवेश आंतरिक मूल्यांकन पर दिया जाएगा। आज से पहले तक इस प्रक्रिया को जनरल प्रमोशन कहते थे परंतु इस बार इसे कोई नया नाम दिया जाएगा क्योंकि विद्यार्थियों को आंतरिक मूल्यांकन के आधार पर पास किया जायेगा।
स्कूल शिक्षा मंत्री श्री इंदर सिंह परमार का बयान आया है। श्री परमार ने मीडिया के सामने वही लाइन दोहराई है, जो मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी से कही थी की परीक्षाएं करवा कर बच्चों की जान को खतरे में नहीं डाल सकते है
MP BOARD 12 वीं परीक्षा का फैसला सुरक्षित रखा गया है
12 वीं हायर सेकेंडरी के बाद कॉलेज एडमिशन एवं कैरियर के सभी विकल्प ओपन होते हैं छात्र छात्राएं पसंदीदा सबजेक्ट चुनते है इसलिए परीक्षा का आयोजन होना अनिवार्य है।
शिक्षा विभाग के सूत्रों का कहना है कि आज की मीटिंग में इस बात का फैसला हुआ कि परीक्षा ऑफलाइन होगी अथवा ऑनलाइन जबकि परिस्थितियां बता रही है कि सरकार फिलहाल कोई फैसला नहीं ले सकती।
ePaper मध्य प्रदेश पोर्टल. ePaper मध्य प्रदेश