1 मई से 18 वर्ष की उम्र से अधिक युवाओं को मध्य प्रदेश और देश भर के कई हिस्सों में लगने वाले वैक्सीनेशन को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कई सवाल खड़े किए हैं । उनके ऑफिशल टि्वटर अकाउंट और सोशल मीडिया के माध्यम से कमलनाथ ने इसे चुनावी जुमला मात्र बताया है।
1 मई से 18 वर्ष से अधिक उम्र वाले लोगों को कोरोना वैक्सीन लगाने के तीसरे चरण की घोषणा बनी जनता के साथ बड़ा धोखा व चुनावी जुमला ?
19 अप्रैल को मोदी सरकार द्वारा की गई घोषणा , 28 अप्रैल से पंजीयन शुरू करने की की गयी बात , 29 अप्रैल को प.बंगाल , यूपी में मतदान का अंतिम चरण था , अंतिम चरण का चुनाव समाप्त होते ही वैक्सीन के तीसरे चरण की घोषणा की असलियत सामने आई ?
देश भर में वैक्सीन का भारी टोटा , 2.5 करोड़ से अधिक लोगों ने रजिस्ट्रेशन कराये लेकिन वैक्सीन के ही पते नहीं , कब आयेगी , कब लगेगी , कुछ पता नहीं ?
कई राज्यों ने वैक्सीन नहीं होने के कारण अपना टीकाकरण कार्यक्रम टाल दिया ?
मतदान के अंतिम चरण में युवाओं को लुभाने के लिए की गयी यह झूठी घोषणा , यह घोषणा सिर्फ चुनावी जुमला और जनता के साथ बड़ा धोखा साबित हुई।
कोरना की इस भीषण महामारी में भी भाजपा सरकार ने जनता को सिर्फ़ अपने चुनावी फ़ायदे के लिये वैक्सीन के नाम पर जुमलो व झूठे वादों से ठगने का काम किया ? अभी भी झूठ बोलने से बाज नहीं आ रहे हैं , अभी भी सिर्फ चिंता चुनाव जीतने की , जनता से नहीं कोई सरोकार ?
यह देश की जनता के साथ बड़ा धोखा , इस पर तो सुप्रीम कोर्ट को संज्ञान लेना चाहिये।
