मान्यता है जिसने हवन नहीं किया उसने जीवन में अच्छा अवसर खो दिया।
इंदौर चेत्र नवरात्रि पर पूरे शहर में भक्तिमय माहौल दिखाई पड़ रहा है यहां वहां हर जगह माता की आराधना में भक्त लीन है। चेत्र नवरात्रि को बड़ी नवरात्रि के नाम से भी जाना जाता है। मान्यता है कि इस दौरान ध्यान, हवन, पूजन पाठ और उपासना करने से भक्तों की समस्त मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं और मां का आशीर्वाद उन पर सदैव बना रहता है ।
दरअसल कोरोना काल के बाद करीब 2 साल में यह अवसर आया है, जब सामूहिक रूप से लोग बड़ी नवरात्रि का पूजन पाठ हवन यज्ञ और दर्शन प्राप्त कर रहे हैं। कोरोना काल के चलते प्रतिबंधित सार्वजनिक आयोजनों के बाद कोरोना मैं मिली राहत ने देवी भक्ति की उपासना को और बढ़ा दिया है। लोगों का इस और विश्वास और बड़ा है।
इंदौर के रविंद्र नगर गायत्री शक्ति पीठ पर भी 2 अप्रैल से 24 कुंडी महायज्ञ हो रहा है ।हवन में शामिल होने बड़ी संख्या में श्रद्धालु नित्य नियम से पहुंच रहे हैं। दरअसल गायत्री परिवार रविंद्र नगर इंदौर द्वारा आयोजित इस हवन का संचालन पंडित सोनू और छोटू कश्यप सहित अन्य गणमान्य के द्वारा किया जा रहा है। इस दौरान सुबह 8:30 से 10:00 तक हवन और यज्ञ का लाभ श्रद्धालु ले रहे हैं। साथ ही रामायण और आरती सहित अन्य पूजन के क्रम का दौर भी जारी है । इसी दौरान 10 अप्रैल नवमी के दिन महायज्ञ की पूर्णाहुति होगी। जिसमें दोपहर 12:00 बजे से रामलला का जन्म उत्सव बनाया जाएगा। वही दोपहर 12:00 से 2:00 के बीच कन्या भोज का आयोजन भी किया गया है।
दरअसल रविंद्र नगर गायत्री शक्तिपीठ की नींव ब्रह्मलीन भवानी कश्यप द्वारा रखी गई थी। उनके अथक प्रयासों से आज यह एक वटवृक्ष की तरह हजारों लाखों श्रद्धालुओं को पुण्य और भक्ति लाभ प्रदाय कर रहा है। वही रविंद्र नगर गायत्री शक्ति पीठ से जुड़े भक्तगण और उपासक भी नियमित यहां सेवा प्रदाय करते हैं जो ना सिर्फ भक्ति, बल्कि सामाजिक क्षेत्र में भी लोगों में जनचेतना को जगाने का कार्य निरंतर करते रहते हैं।