
ये पढ़कर भले ही आप चौंक गए हों लेकिन उज्जैन में हर साल 21 जून को कुछ देर के लिए ऐसा होता है,
जब हर वक़्त साथ रहने वाली परछाई भी साथ छोड़ देती है.
21 तारीख को साल का सबसे बड़ा दिन 13.34 घंटे का और रात सबसे छोटी 10.26 घंटे की होगी।
दोपहर 12.28 बजे ऐसी स्थिति आएगी जब किसी भी चीज की परछाई कुछ क्षण के लिए नहीं दिखेगी वेधशाला में शंकु यंत्र पर इसे देखा जाता है
दरअसल, 21 जून को साल का सबसे बड़ा दिन होता है, इसी दिन दोपहर में सूरज जब सबसे ऊपर होता है तो परछाई भी साथ छोड़ देती है,
उज्जैन में यह साफ दिखाई देता है. आपको बता दें कि उज्जैन में हर साल 21 जून को ऐसा इसलिए होता है क्योंकि उज्जैन कर्क रेखा के नजदीक स्थित है,
इसी वजह से 21 जून को जब सूरज सिर के ठीक ऊपर होता है तो किसी भी शख्स की परछाई गायब हो जाती है.
उज्जैन की प्राचीन वेधशाला में इस अनोखी खगोलीय घटना को यंत्र के माध्यम से देखने की व्यवस्था की जाती है और देखने के लिए दूर-दूर से लोग भी आते है .