संभागायुक्त डॉ. पवन शर्मा ने कलेक्टर कार्यालय पहुंचकर अधिकारियों से की चर्चा
इन्दौर ।
मुख्यमंत्री लाड़ली बहना योजना के अंतर्गत बहनों द्वारा ऑनलाइन आवेदन की प्रविष्टि के समय सभी संभावित परिस्थितियों का आकलन कर लिया जाए। जहाँ कहीं भी समस्या आने की संभावना है उसके निराकरण की अग्रिम योजना सुनिश्चित कर ली जाए। संभागायुक्त डॉ. पवन कुमार शर्मा ने आज कलेक्टर कार्यालय इंदौर में संबंधित अधिकारियों को यह निर्देश दिए। उन्होंने कलेक्टर डॉ. इलैयाराजा टी और नगर निगम सहित अन्य संबंधित अधिकारियों के साथ इस संबंध में भोपाल द्वारा आयोजित वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में भाग लिया। संभागायुक्त डॉ. शर्मा ने कहा की आवेदिका द्वारा ऑनलाइन आवेदन की प्रविष्टि के समय समग्र आइडी नहीं होने, आधार कार्ड में त्रुटियां और ई-केवायसी सत्यापित नहीं होने जैसी संभावित परिस्थितियों आ सकती है। यह भी हो सकता है कि समग्र में वैवाहिक स्थिति अविवाहित पाई गई हो लेकिन महिला विवाहित हो। बैंक खाते से समग्र और आधार कार्ड लिंक होना भी ज़रूरी है साथ ही डीबीटी सक्षम होना भी ज़रूरी है। इन सभी परिस्थितियों में आज वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के द्वारा निराकरण की प्रक्रिया से संबंधित अधिकारियों को अवगत कराया गया। ऐसी प्रत्येक समस्या के निराकरण के लिए दिनों की समय-सीमा भी निर्धारित की गई। बैठक में कलेक्टर डॉ. इलैयाराजा टी ने बताया कि इंदौर ज़िले में इस संबंध में अधिकारियों एवं कर्मचारियों को आवश्यक प्रशिक्षण दिया जा चुका है।
संभागायुक्त ने बनाए दो नोडल अधिकारी
संभागायुक्त डॉ. पवन कुमार शर्मा ने इंदौर संभाग के सभी ज़िलों में मुख्यमंत्री लाड़ली बहना योजना की बेहतर निगरानी के लिए दो अधिकारियों को महत्वपूर्ण दायित्व सौंपे हैं। योजना के प्रभावी क्रियान्वयन के लिये संभागायुक्त ने संयुक्त आयुक्त श्री संजय कुमार सराफ तथा संभागीय उपायुक्त श्री ब्रजेशचंद्र पाण्डेय को नोडल अधिकारी नियुक्त किया है। उपरोक्त दोनो अधिकारी लाड़ली बहना योजना के प्रभावी क्रियान्वयन, मानीटरिंग सहित समस्त कार्यों को कराने हेतु उत्तरदायी होंगे।
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