जल के बिना जीवन की कल्पना मुश्किल- जल बचाना समय की सबसे बड़ी जरूरत- पूर्व लोकसभा अध्यक्ष श्रीमती महाजन
नागरिकों को जल बचाने की दिलाई गई शपथ- वृक्षारोपण भी किया गया
इंदौर ।
जल संसाधन मंत्री श्री तुलसीराम सिलावट की पहल पर आज इंदौर में विश्व जल दिवस के अवसर पर कार्यक्रम का आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम रेसीडेंसी परिसर में आयोजित हुआ। कार्यक्रम में पूर्व लोकसभा अध्यक्ष श्रीमती सुमित्रा महाजन, जल संसाधन मंत्री श्री तुलसीराम सिलावट, सांसद श्री शंकर लालवानी, कलेक्टर डॉ इलैयाराजा टी, देवी अहिल्या विश्वविद्यालय की कुलपति श्रीमती रेणु जैन, पूर्व महापौर श्री कृष्णमुरारी मोघे, पूर्व विधायक श्री राजेश सोनकर, श्रीमती जनक पलटा, डॉ. निशांत खरे, श्री सुशील दोषी, श्री मीररंजन नेगी, श्री सुरेश कुरवाड़े, श्री मनोज मिश्रा, श्री योगेश गेंदर, श्री अन्ना महाराज सहित अन्य जनप्रतिनिधि विभिन्न विभागों के अधिकारी और बड़ी संख्या में नागरिक मौजूद थे।
कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुये श्रीमती महाजन ने कहा कि जल के बगेर जीवन नहीं है। जल है तो जीवन है। जल बचाना वर्तमान समय की सबसे बड़ी जरूरत है। हमें पानी की प्रत्येक बुंद को बचाना होगा। जल संरक्षण के लिये जागरूकता लाना होगी। जल संरक्षण और संवर्धन के लिये सबको मिलकर कार्य करना होंगे। उन्होंने कहा कि इंदौर में जल संरक्षण और संवर्धन की दिशा में उल्लेखनीय कार्य हुए है। पिछले वर्षों में यहां बड़ी संख्या में नए तालाब बने है। वॉटर रिचार्जिंग के उल्लेखनीय कार्य भी किये गये है। उन्होंने कहा कि जिले में तालाबों का संरक्षण भी बेहतर तरिके से हो रहा है। पुराने तालाबों का जीर्णोद्धार भी किया जा रहा है।
जल संसाधन मंत्री श्री सिलावट ने नागरिकों से अपील कि है कि वे जल की प्रत्येक बुंद को सहजे और उसे बचाये। जल का जीवन में बड़ा महत्व है। हम जल की महत्ता को समझे। जल है तो कल है। कल के भविष्य को सुरक्षित करने के लिये हर हाल में जल को बचाना ही होगा। आज हम जल के प्रति सचेत नहीं हुए, तो भविष्य में प्रतिकूल प्रभाव पड़ेगा। श्री सिलावट ने कहा कि राज्य सरकार जल संरक्षण और संवर्धन के प्रति कृत संकल्पित है। राज्य सरकार द्वारा विशेष अभियान चलाकर जल संरक्षण के लिये विशेष कार्य किये जा रहे है।
कार्यक्रम में नागरिकों को जल की प्रत्येक बुंद को बचाने, जल संरचनाओं को प्रदूषित नहीं करने, जल प्रदूषण रोकने, जल संरक्षण और संवर्धन तथा प्रबंधन के उपायो में सार्थक सहभागिता सुनिश्चित करने की शपथ दिलाई गई। कार्यक्रम में अतिथियों द्वारा वृक्षारोपण भी किया गया।