इंदौर की डीएवीवी अजब है, सबसे गजब है, देखिए हाल में क्या हुआ, दरअसल देवी अहिल्या विश्वविद्यालय के खंडवा रोड स्थित अध्ययनशाला और मूल्यांकन केंद्र में बरसों से जमे विभागाध्यक्ष और ओएसडी को इधर उधर करने की तैयारी की जा रही है। कार्यपरिषद की बैठक में यह मामला सामने आने के बाद कुलपति डा. रेणु जैन ने इसके संकेत दिए है। इसके अलावा पिछले दिनों छात्र नेताओं और स्कूल ऑफ फिजिकल एजुकेशन विभाग के प्रोफेसर के बीच बढ़ रहे विवाद की वजह भी इसका प्रमुख कारण माना जा रहा है।

उधर DAVV में तीन साल से ज्यादा समय तक पदों पर रहने वालों का विभाग बदला जाएगा। कुलपति डॉक्टर रेणु जैन ने इसके लिए रजिस्ट्रार को सूची तैयार करने के निर्देश दिए है। इस मामले में कार्यपरिषद सदस्य डा. विश्वास व्यास ने भी मार्च 2021 की बैठक में मुद्दा उठाया था, लेकिन अधिकारियों ने कोरोना की स्थिति नियंत्रित होने के बाद कार्यवाही करने की बात कहीं नहीं थी, लेकिन हाल ही में छात्र नेता लक्की आदिवाल और स्कूल ऑफ फिजिकल एजुकेशन के प्रोफेसर डॉक्टर दीपक मेहता के बीच उपजे विवाद के बढ़ने से कुलपति ने इस मामले में सभी विभागों की सर्जरी करने का फैसला लिया है।
अब इस मामले में देवी अहिल्या विश्वविद्यालय की कुलपति डा. रेणु जैन का कहना है कि जल्द ही विभागाध्यक्षों और ओएसडी को अबकी बार नए सिरे से विभागों का काम सौंपा जाएगा। देखना दिचस्प होगा कि आगे क्या होता है। क्योकि मैडम को यह तब याद आया है जब मामला कार्यपरिषद में उठा है।
डीएवीवी के ये विभाग होंगे सबसे ज्यादा प्रभावित
आप को बता दे कि आने वाले दिनों में डीएवीवी के प्रभावित होने वाले विभागों में आइईटी, फार्मेसी, फिजिकल एजुकेशन, पत्रकारिता, फिजिक्स, डाटा साइंस सहित अन्य विभाग शामिल होंगे। वहीं मूल्यांकन केंद्र में भी बदलाव होंगे, क्योंकि प्रभारी डा. राजेंद्र सिंह को चार साल से ज्यादा हो चुके है। केंद्र में 14-15 ओएसडी हैं, जिसमें सात से आठ ओएसडी ऐसे हैं जो पांच-पांच साल से केंद्र में बने हैं। इन्हें भी हटाया जाएगा। हाल ही में भाषा अध्ययनशाला और सोशल स्टडी विभाग का जिम्मा डा. रेखा आचार्य संभाल रही थी, लेकिन उनके पास से सोशल स्टडी का प्रभार ले लिया है और डा. ज्ञान प्रकाश को दे दिया है। इसे देखते हुए बाकी विभागों में भी फेरबदल किया जाएगा है।