उधर रुस ने हमला किया और इधर भारतीय शेयर बजार 2700 अंक निचे गिर गया। दरअसल रूस और यूक्रेन में चल रहे तनाव के बीच रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के यूक्रेन पर हमला बोलते ही भारतीय सेंसेक्स में बड़ी गिरवाट दर्ज हुई । इसका असर दुनियाभर के शेयर मार्केट के साथ-साथ भारतीय शेयर मार्केट पर भी हुआ है। शेयर बाजार में बीते 2 साल में सबसे बड़ी INTRA-DAY गिरावट देखने को मिल रही है। निफ्टी में करीब 5 फीसदी की गिरावट देखने को मिल रही है। निफ्टी 791.90 अंक यानी 4.89 फीसदी की गिरावट के साथ 16288.05 के स्तर पर कारोबार कर रहा है। वहीं सेंसेक्स 2720.9 अंक यानी 4.75 फीसदी टूटकर 54,511.16 के स्तर पर कारोबार कर रहा है।
घरेलू शेयर बाजार ने बुधवार को ही की थी अच्छी शुरुआत
आप को बता दे कि इससे पहले बुधवार को घरेलू शेयर बाजार ने अच्छी शुरुआत की थी, लेकिन शाम होते-होते थम गया। दिन का कारोबार खत्म होने के बाद सेंसेक्स और निफ्टी दोनों घाटे में रहे। कारोबार खत्म होने पर सेंसेक्स 68.62 अंक (0.12 फीसदी) की गिरावट के साथ 57,232.06 अंक पर बंद हुआ था. एनएसई निफ्टी भी 28.95 अंक (0.17 फीसदी) की गिरावट के साथ 17,063.25 पर था। इस तरह बाजार लगातार छठे दिन गिरावट के साथ बंद हुआ।
अब कच्चे तेल के दाम भी 100 डॉलर प्रति बैरल पार हुए ।
रुसी हमले से दुनिया भर के बजारों में जहां हलचल है, वहीं कच्चे तेल भी 100 डालर प्रति बैरल पार पहुंच गया है। दरअसल यूक्रेन पर रूस के हमले और युद्ध के चलते कच्चे तेल की कीमत 100 डॉलर प्रति बैरल के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच चुकी है। सितंबर 2014 के बाद यह पहला मौका है, जब क्रूड आयल की कीमत 100 डॉलर प्रति बैरल को छू रही है। रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध पूरी तरह से छिड़ जाने पर कच्चा तेल और भी महंगा होने की आशंका है। गोल्डमैन सैक्स ने कहा था कि 2022 में कच्चे तेल के 100 डॉलर प्रति बैरल को छूने की भविष्यवाणी सही साबित हुई है। वहीं जेपी मॉर्गन ने 2022 में 125 डॉलर प्रति बैरल और 2023 में 150 डॉलर प्रति बैरल तक की कीमत को छूने की भविष्यवाणी की है।