पुलिस ने बताया कि यह वारदात शुक्रवार शाम करीब सात बजे उस दौरान हुई जब 35 वर्षीय रवि विश्वकर्मा अपने दो साथियों के साथ कार से होशंगाबाद से पिपरिया लौट रहे थे।
पुलिस के अनुसार वापसी के दौरान पिपरिया में घात लगाकर बैठै 10 लोगों ने रवि विश्वकर्मा पर पहले धारदार हथियारों और लाठियों से हमला किया। बाद में गोली मारकर उनकी हत्या कर दी।
पुलिस अधिकारी ने बताया कि विश्वकर्मा को दो गोलियां लगीं। एक उनके हाथ पर जबकि दूसरी उनके दूसरे हाथ पर लगने के बाद छाती में जा लगी जिससे उनकी घटनास्थल पर ही मौत हो गई।
इस हमले में रवि विश्वकर्मा के दो साथी घायल भी हुए हैं। हत्या के बाद हमलावर मौके से फरार हो गए।
पुलिस मामले की छानबीन कर रही है। उन्होंने बताया कि यह हत्या आपसी रंजिश के चलते की गई हो सकती है।
यह सुनियोजित हत्या है रवि विश्वकर्मा जिले में गायों की रक्षा के लिए काम कर रहे थे। इस हत्याकांड की उचित तरीके से जांच की जानी चाहिए।