कानपुर
27 अप्रैल को चोरी किया था इंजेक्शन
कोरोना संक्रमित गंभीर मरीजों को लगने वाले रेमडेसिविर इंजेक्शन की आधी डोज की कालाबाजारी कर नर्सिंग स्टाफ का गिरोह दो जिंदगियों से खेल रहा था।
प्रोफेसर ऑफ मेडिसिन डॉ. जेएस कुशवाहा का कहना है कि रेमडेसिविर इंजेक्शन के एक वॉयल में कंप्लीट एक डोज होती है।
नर्सिंग स्टाफ द्वारा रेमडेसिविर इंजेक्शन की चोरी की जानकारी जब जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य प्रो. आरबी कमल को हुई तो उन्होंने भी जांच की। इसमें पता चला कि कमला गुप्ता नाम की मरीज के लिए 27 अप्रैल को दो डोज भेजी गई थी।
इसमें से एक ही डोज लगी थी। वहीं 28 अप्रैल को एक डोज भेजी गई थी। प्राचार्य ने मामले को गंभीरता से लेते हुए उच्च स्तरीय कमेटी गठित कर जांच शुरू करा दी है।
इस संबंध में डीसीपी क्राइम सलमान ताज पाटिल का कहना है कि कालाबाजारी के लिए पुलिस संवेदनशीलता से काम कर रही है। कई और जगह कालाबाजारी की शिकायतें मिली हैं। इसकी भी जांच कराई जा रही है।