बदहाल व्यवस्था का शिकार हो रहे एशिया के सबसे बड़े दवा बाजार के व्यापारी।
इंदौर में दिखने लगे लॉकडाउन के साइड इफेक्ट !
इंदौर के दवा बाजार में उस वक्त हड़कंप मच गया जब दवा बाजार के कार पार्किंग बेसमेंट स्थित एक व्यापारी पर एक अज्ञात हमलावर ने जानलेवा हमला कर दिया।।
दरअसल मेडी मॉल दुकान के संचालक कपिल मित्तल रोजाना की तरह अपने घर से दोपहर करीब 12:00 बजे के दरमियान दवा बाजार के बेसमेंट स्थित अपनी दुकान मेडिमोल की ओर आ रहे थे।।
इस दौरान उनके बैग में लाखों रुपए थे जिसे उन्हें बैंक में जमा कराना था ,लेकिन पहले से घात लगाए बैठे हमलावर ने उन पर चाकू से हमला बोल दिया।। जिसमें उनकी गर्दन सीने और पेट पर गंभीर चोट आई है।।
हमलावर ने बेग छीनने की पुरजोर कोशिश की, लेकिन वह अपने मंसूबों में कामयाब नहीं हो पाया ।।इधर दिनदहाड़े हुई इस घटना के बाद जैसे ही लोग मौके पर पहुंचे हमलावर मौके से भाग निकला ।।
उसकी भागती हुई तस्वीरें सीसीटीवी कैमरे में कैद हुई है।। घटना के बाद इलाके में सनसनी फैल गई ।।
अब सवाल यह उठता है कि देश के सबसे बड़े दवा बाजार में दिनदहाड़े व्यापारी के साथ हुई घटना के बाद अब इंदौर पुलिस का रुख क्या रहता है
सवाल मेंटेनेंस व्यवस्था और सुरक्षा व्यवस्था पर भी खड़े होते हैं ।।बताया जा रहा है कि दवा बाजार में तकरीबन 300 से ज्यादा मेडिकल व्यापारियों की थोक की दुकान है ।।
जहां से देश के कई हिस्सों में दवा का कारोबार होता है।। यहां करोड़ों रुपए की दवाएं रोज खरीदी बेची जाती हैं।। वही सुरक्षा के लिहाज से दवा बाजार को अब सबसे असुरक्षित जगह माना जा रहा है ।।
क्योंकि यहां लगातार बढ़ रही घटनाए इसी ओर इशारा कर रही है।।
बाजार से जुड़े व्यापारी रवि गुप्ता की माने तो बिल्डिंग के सीसीटीवी कैमरे पूरी तरह खराब है सुरक्षाकर्मी मुस्तैदी से काम नहीं कर रहे और आए दिन यहां चोरी की घटनाएं हो रही है कभी दुकानों के ताले टूटे मिलते हैं तो कभी वाहन चोरी की घटनाएं प्रकाश में आती हैं ।।
इन सबके बीच अब तो दिनदहाड़े व्यापारी कपिल मित्तल के साथ हुई लूट की नीयत से जानलेवा घटना ने ना सिर्फ दवा बाजार, बल्कि इंदौर के कई व्यापारियों की सुरक्षा को लेकर बड़े सवाल खड़े कर दिए हैं ।।
देखना दिलचस्प होगा कि आने वाले दिनों में लॉकडाउन के इन साइड इफेक्ट से बचने के लिए पुलिस प्रशासन क्या कुछ कड़े कदम उठाता है।।